कटनी। जिला अस्पताल, जहाँ हर पल गंभीर मरीजों की ज़िंदगी दाँव पर होती है, वहाँ के मुख्य गेट पर अव्यवस्था और जाम ने हालात बिगाड़ दिए हैं। गेट पर रोज़ाना ऑटो चालकों की मनमानी और यातायात विभाग की लापरवाही के चलते शुक्रवार को एक बड़ा हादसा टल गया। एक मरीज को लेकर पहुँची एम्बुलेंसअस्पताल गेट पर लगे जाम में करीब दस मिनट तक फँसी रही। एम्बुलेंस के सायरन बजते रहे, पर सड़क से ऑटो हटाने वाला कोई नहीं था।
गेट पर ऑटो चालकों ने कब्जा जमा रखा है। सवारी के चक्कर में वे अस्पताल गेट के ठीक सामने वाहन खड़े कर देते हैं, जिससे जाम की स्थिति लगातार बनी रहती है। तेज हॉर्न, शोरगुल और गेट के बाहर की अराजकता ने मरीजों और परिजनों को बेहाल कर दिया है। लेकिन सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि इतने संवेदनशील क्षेत्र में भी यातायात पुलिस पूरी तरह नदारद रहती है। गेट पर कोई निगरानी न होने से ऑटो चालकों के हौसले बुलंद हैं और रोज़ यातायात व्यवस्था ध्वस्त होती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह दृश्य रोज़ का है। नो पार्किंग” क्षेत्र में धड़ल्ले से खड़े ऑटो विभाग की लापरवाही को उजागर करते हैं। लोगों का कहना है कि जिला अस्पताल जैसा संवेदनशील क्षेत्र अगर यातायात पुलिस के भरोसे ही असुरक्षित है।तो फिर आम सड़कों की हालत का अंदाज़ा आसानी से लगाया जा सकता है।