कटनी। यातायात पुलिस जितनी मुस्तैदी से चलानी कार्यवाही करती है। अगर उतनी ही मुस्तैदी से शहर कि बेलगाम यातायात व्यवस्था को सुधारने क़े लिए जतन करे तो शहर कि तस्वीर ही बदल जाये। शहर व उससे लगे चौक चौराहो मे आपको यातायात पुलिस चलानी कार्यवाही करते हर रोज नजर आती होंगी। जो कि यातायात नियमों का पालन कराने क़े लिए आवश्यक भी है।ज़ब हर चौक चौराहो मे यातायात पुलिस मौजूद है तो शहर क़े भीतर ओवरलोड और ओवरहाइट वाहन कैसे दौड़ रहे साहब...???
शनिवार कि शाम एक ओवरहाइट व ओवरलोड वाहन सागर पुल क़े ओवर हाईट बेरियर मे जा फसा.। जिससे जाम कि स्तिथि निर्मित हो गई और लोगो को जाम मे घंटो परेशान होना पड़ा।
अब सवाल यह बनता है कि वह वाहन पन्ना मोड़ कि तरफ से सागर पुल पहुंचा था तो पन्ना मोड़ मे उपस्थित यातायात पुलिस को यह ओवर हाईट वाहन नजर क्यूँ नहीं आया चलिए मान लिया उन्हें नजर नहीं आया तो फिर मिशन चौक मे उपस्थित यातायात पुलिस को भी क्यूँ नजर नहीं आया।
अब वाहन नजर नहीं आया या मामला कुछ और है...?यह तो यातायात पुलिस ही जाने।
सुगम यातायात बना कल्पना मात्र
नगरवासिओ क़े लिए सुगम यातायात कल्पना मात्र बनकर रहा गया है।एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने मे लोगो को जाम से झूझना पड़ता है। ऐसा नहीं है कि यातायात पुलिस अपनी ड्यूटी ईमानदारी से नहीं करती है। यातायात पुलिस पूरी ईमानदारी से चलानी कार्यवाही करती है। अब ज़ब उन्हें चलानी कार्यवाही से समय मिले तब ना वह नगर वासिओ को सुगम यातायात उपलब्ध कराये।